Monday 17 June 2013

तू याद आया है!

साथ बिताए लम्हो की किताबो के पन्ने पढ़े जा रहे है,
पत्थर दिल अब पिघले और थामे आँसू बहे जा रहे है!

कहते है हर आँसू में बात और हर दर्द में याद होती है,
याद करते तो नही फिर भी हर बात में तेरी याद आ रही है!

चाह कर भी तुझको भूला ना पा रहे है,
तेरी जिंदगी से जुड़ी हर छोटी-छोटी खुशीया मना रहे है!

बीना तेरे जिंदगी मे अंधेरा छाया है,
और हमेशा की तरह आज फिर तू याद आया है!

Wednesday 24 August 2011

मैं तेरे साथ चलने को ही मंज़िल समझता हूँ!


जब तेरे साथ चलता हूँ, सफ़र मंज़िल सा लगता है!
हो चाहे लाखो शोरॉगुल, सुकून सा मन को मिलता है!
बढ़ाना चाहता हूँ तेरे कदमो के संग कदम अपने,
मैं तेरे साथ चलने को ही मंज़िल समझता हूँ!

तुम ही तो लेकर आई थी प्यार आँखो में!
तेरी भोली मुस्कुराहट ने ही तो हँसना सिखाया है!
तेरी मीठी बातो ने ही तो लोगो को समझना सिखाया है!
मेने तो अपने खुदा से बढ़कर तुझको माना है!

तेरी याद आती है और मेरे आँसू बह निकलते है!
दिल में बस नाम तेरा है ये मेरे लब कह निकलते है!
तुझी को ही माँगा है मेने खुदा से अपनी झोली में!
दुआ मैं सिर जब झुकता है, मन्नतो में तुम होती हो!

Wednesday 20 July 2011

Badha do haath tum apna....

जब भी खुदको तनहा समझता था, तू मेरे पास होती थी.
उन मुश्किल अंधेरो में भी, कमसकम आस होती थी.
लोगो का कहना है सफलता साथ अब चल रही मेरे.
मगर मै तो तेरे साथ चलने मे अपनी सफलता समझता हूँ. 

जुदाई मे जो झलकी थी तेरी तड़प अब भी कहती है,
बेवफाई की नहीं तुमने गवाही वो ये देती है.
तुझे रोके है वो जंजीरे, जिन्हें जुदा मे कर नहीं पाया.
क्यों तेरी मासूम मुस्कानों मे छुपा दर्द कभी मै सह नहीं पाया.

गुजारे साथ जो तेरे, सभी यादे सुनहरी थी.
वो ढलती शाम सतरंगी, वो कोमल सी दुपहरी थी.
लिखु मे किस कदर की अब दिन कट रहे कैसे.
ना कोई पल मेरा अब है, बस नीरस चारो पहरी है.

ये आँखे आज भी सपने सिर्फ तेरे ही संजोये है,
दिल की धडकनों मे गूंजता नाम सिर्फ और सिर्फ तेरा है,
तेरी बचकानी बाते सुनने को मन मेरा तड़पता है,
मेरी जिन बातो ने दिल दुखाया तेरे, उन बातो पर अब मेरा दिल सुबकता है.

इतना दूर चला आया, क्योकि संग तेरा सहारा था,
जो संभाले था इस टूटे कांच को वो सिर्फ तेरा दिलासा था,
जो भी आज हूँ मै वो तेरी दुआ का ही असर तो है,
जो पाया है वो तेरा है, जो पाउँगा वो तेरा है.

समझता हों तुम्हारा फैसला बदल नहीं सकता,
मगर इस फैसले के संग मै कभी आगे बढ़ नहीं सकता,
चुरा लूँगा तुम्हारी आँख से सभी बहते हुए मोती,
बढादो हाथ तुम अपना, बना लो तुम मुझे साथी.